वक्त सबको मिलता है ज़िंदगी बदलने के लिए पर ज़िंदगी दोबारा नहीं मिलती वक्त बदलने के लिए ।
वक्त सबको मिलता है;
ज़िंदगी बदलने के लिए;
पर ज़िंदगी दोबारा नहीं मिलती;
वक्त बदलने के लिए ।
वक्त से लड़कर जो
अपनी तकदीर बदल दे.
इंसान वही
जो
हाथों की लकीर बदल दे. –
कल क्या होगा कभी ना सोचो.
क्या पता कल वक्त
खुद अपनी तस्वीर बदल दे.
वक्त निकाल कर
अपनों से मिल लिया करो,
अगर अपने ही ना होंगे तो,
क्या करोगे वक्त का।
हर बार इंसान बुरा नहीं होता,
बल्कि उसका वक़्त बुरा होता है,
किसी को गलत समझने से पहले;
उसके हालात जानने की कोशिश;
जरूर करें।
वक़्त अच्छा हो तो
आपकी गलती भी मजाक लगती है
और वक़्त बुरा हो तो
मजाक भी गलती बन जाती है।
कपड़े और चेहरे
अक्सर झूठ बोला करते हैं
इंसान की असलियत तो
वक्त बताता है।
न करो जुर्रत
किसी के वक़्त पर हँसने की
ये वक्त है जनाब
चेहरे याद रखता है।
बुरा वक़्त
सबसे बड़ा जादूगर है ,
एक ही पल में
सारे चाहने वालों के चेहरे से
पर्दा हटा देता है।
हर तरह का वक्त आता है
जिन्दगी में
वक्त के बदलने मे वक्त नहीं लगता।
वक्त बदल जाता है,
इंसान बदल जाते हैं,
वक़्त-वक़्त पे रिश्तों के
अंदाज़ बदल जाते हैं,
कभी कह दिया अपना तो
कभी कर दिया पराया,
दिन और रात की तरह ज़िन्दगी
के एहसास बदल जाते हैं ।
वक़्त जब आँखें फेर
लेता है
तो शेर को भी कुत्ता घेर
लेता हैं.
वक्त, मौसम और लोगों की
एक ही फितरत होती है,
कब, कौन और कहाँ
बदल जाए
कुछ कह नहीं सकते !!
वक्त को जिसने नहीं समझा
उसे मिटना पड़ा है.
बच गया तलवार से तो
फूल से कटना पड़ा है
क्यों न कितनी ही बड़ी हो
क्यों न कितनी ही कठिन हो
हर नदी की राह से
चट्टान को हटना पड़ा है.
वक़्त और दौलत का सबसे बड़ा अंतर
आप हर वक़्त पता कर सकते हैं कि
आपके पास कितनी दौलत है,
पर कितनी ही दौलत खर्च करके
यह नहीं जान सकते कि
आपके पास वक़्त कितना है ?
इसिलए जितना भी अच्छी सेहत के साथ जीओ..
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+91 86 000 44279
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